Thursday, July 5, 2012

सुहाना मौसम या कुछ........

गर्मी का मौसम भी समाप्त हो गया और रिमझिम शुरू हो गई। चिड़ियों का कलरव और झरनों  की कलकल से वातावरण बदल सा गया है। कुछ बच्चों का स्कूल में नया एडमिशन और कुछ पुराने से नए क्लास में पहुंच गए। किसानों ने बुवाई की तैयारी कर ली और साहुकारों ने अपनी गोदामों का जायजा लिया। इस तरह हर कोई अपनी तैयारी में जुटा है। 
पेशेवर भी इस मौसम में बचकर रहना चाहते हैं, क्योंकि डॉक्टर और अस्पताल दोनों ही स्वागत करने को बेताब हैं। स्कूल,कॉलेज और कोचिंग संस्थान लोगों को लुभाने के लिए नए-नए विज्ञापन दे रहे हैं।  सभी का मानना है कि समय रहते संभल जाओ वरना मुशीबत का सामना करना पड़ेगा।
अब दफ्तरों में देखें तो रंगाई,पोंछाई का काम तेज हो गया है। बॉश को शिकायत को मौका न मिले इसलिए पहले ही नोटिसबोर्ड लगा दिए गए। उनमें हिदायतें भी लिख दी गईं। आौर गलती करने पर जुर्माने का प्रावधान भी किया गया। आप भी देखिए सुहाना मौसम क्या-क्या परिवर्तन लेकर आया। 

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